बारिश में पेड़ों की छटनी के नाम पर इन दिनों बीएमसी खुद ही तमाम पेड़ों का कत्लेआम कर रही है. यह तस्वीरें बोरीवली पश्चिम इलाके की है, जहां बड़े और घने पेड़ों को काट दिया गया हैं.
पेड़ों की टहनी काटने के नाम पर आधे पेड़ को काट दिया जाता है. कुछ एक जगह पर तो एक भी पत्ती या एक भी टहनी तक बाकि नहीं रखी है. सीधे सीधे पेड़ को काट दिया है.
एक ओर महाराष्ट्र सरकार करोड़ों रुपए के खर्च पर चार करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रख कर बैठी है. वहीं दूसरी और बीएमसी पेड़ों को लगातार काटते जा रही है.
यह पेड़ इतने बुरे तरीके से काटे गए हैं कि तूफान आने पर यह एक ही झटके में धराशाई हो जाएंगे.