Friday, March 31, 2017

मुंबई में अधिकारियों का अवैध आशियाना : बिना इजाजत बना ली बिल्डिंग, लाखों बकाया

महाराष्ट्र के सरकारी बाबुओं की करतूतें देखकर आप कहेंगे की क्या यह वाकई सरकारी अफसर हैं या फिर गैरकानूनी काम करने वाला गिरोह. आरटीआई के जरिये पता चला है की कई आईएएस अफसरों ने सालों से अपने घर का किराया नहीं भरा है. कइयों ने तो अवैध तरीके से घर पर कब्जा भी कर रखा है.
आदर्श इमारत बनाई थी तब इस घोटाले पर काफी शोर मचा था
जब महाराष्ट्र के नेताओं ने आदर्श इमारत बनाई थी तब इस घोटाले पर काफी शोर मचा था. अब वाकोला इलाके की 12 मंजिला इमारत भी विवादों में आ गई है. क्योंकि इसे इजाजत है 2 मंजिल बनाने की लेकिन इस पर बनी हुई हैं पूरी 12 मंजिलें. आम तौर पर इस तरह के निर्माण को नगरपालिका एक दिन में तोड देती है. लेकिन, इस इमरात में सरकारी बाबुओं के फ्लैट्स हैं इसलिए इसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है.
फडनवीस के सचीव प्रवीण दराडे सहित 84 सरकारी बाबुओं के फ्लैट
इमारत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के सचीव प्रवीण दराडे सहित 84 सरकारी बाबुओं के फ्लैट है. इन सरकारी अफसरों ने एक सोसायटी बनाई और सरकार से प्लॉट लेकर बीना इजाजत के म्हाडा ने इमारत खड़ी कर दी. हैरान करने वाली बात यह है कि सरकारी अधिकारियों के लिए म्हाडा ने खुद इमारत बनाई. ऐसा म्हाडा के इतिहास में पहली बार हो रहा है.
अवैध तरीके से रहनेवाले अधिकारियों पर लाखों रुपये बकाया
यह तो हुई गैरकानूनी प्रॉपर्टी की बात. अब आपको दिखाते हैं महाराष्ट्र में रिटायर और तबादले के बाद भी सरकारी क्वार्टर में अवैध तरीके से रहनेवाले अधिकारियों पर किस तरह लाखों रुपये बकाया है. जिन अधिकारियों पर 91 लाख 48 हजार 503 रुपए का बकाया है, उनमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अशोक कुमार शर्मा, महाराष्ट्र राज्य औद्योगिक विकास मंडल के महाप्रबंधक राजेंद्र अहिवर, आईएएस कमलाकर फंड, पुलिस विजिलेंस कमिटी के सदस्य पी के जैन और सुधीर जोशी शामिल हैं.
कमलाकर फंड पर 24 लाख 15 हजार 496 रुपए बकाया है
आईएएस अधिकारी कमलाकर फंड पर 24 लाख 15 हजार 496 रुपए बकाया है जबकि महाराष्ट्र राज्य औद्योगिक विकास मंडल के महाप्रबंधक राजेंद्र अहिवर पर 5 लाख 96 हजार 260 रुपये, उप जिलाधिकारी धनाजी तोरस्कर पर 6 लख 04 हजार 400 रुपए, सुधीर जोशी पर 8 लाख 21 हजार 852, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अशोक कुमार शर्मा पर 4 लाख 97 हजार 335 और अशोक सोलनकर पर 2 लाख 14 हजार 847 रुपये बकाया है.
3 रिटायर्ड जजों में प्रकाश कुमार राहुले पर 6 लाख 93 हजार 085 रुपए बकाया
3 रिटायर्ड जजों में प्रकाश कुमार राहुले पर 6 लाख 93 हजार 085 रुपए, प्रकाश राठौड़ पर 7 वाख 96 हजार 375 रुपए, टी.एम. जहागीरदार पर 4 लाख 86 हजार 036 रुपए का बकाया है. रिटायर्ड आईएएस सुधीर खानापुरे पर 2 लाख 65 हजार 545 रुपए और प्रेमकुमार जैन पर 17 लाख 57 हजार 272 रुपये बकाया है.
अधिकारियों को घर खाली कराने के प्रयास क्यों नहीं किये गए ?
वित्त मंत्री ने साफ कर दिया है कि बकाया किसी को बख्शा नहीं जाएगा. सवाल उठता है कि जब सिर्फ दो मंजिल बनाने की इजाजत दी गई थी तब इमारत के 12 मंजिल बनने तक म्हाडा के बड़े अधिकारी कहां थे ? तबादले और रिटायर होने के बाद भी अधिकारियों को घर खाली कराने के प्रयास क्यों नहीं किये गए ?

Monday, March 20, 2017

एअरटेल से छिन गया ताज, आईडिया और वोडाफोन ने मिलाया हाथ.... बनी देश की सबसे बडी टैलीकोम कंपनी.

टैलीकोम सैक्टर के सबसे बडे विलय की आधिकारिक घोषणा हो गई है. वोडाफोन और आईडिया ने मर्जर कर दिया है. इससे विलय से बनने वाली नई कंपनी देश के सबसे बडी टैलीकोम कंपनी होगी. नई कंपनी मे दोनो कंपनीओ की बराबर की हिस्सेदारी होगी. इस मर्जर के बाद टैलीकोम सैक्टर में भारत मे करीब 5 बड़े खिलाड़ी बचे हैं.
  

विलय से क्या होगा?
·         इन दोनो कंपनियों के एक होने से कुल ग्राहको की संख्या 40 करोड़ होगी.
·         बाजार का 41 फीसदी हिस्सा नई कंपनी के पास.
·         भारत के 35 फीसदी ग्राहक इस नई कंपनी के पास होंगे.
·         इस मर्जर के बाद जम्मू-कश्मीर को छोडकर देश के हर राज्य मे यह नई कंपनी पहले क्रम या दूसरे क्रम की टैलीकोम कंपनी होगी.

कैसे बनेगी नई कंपनी?
·         फिलहाल आईडिया कंपनी मे प्रमोटर की हिस्सेदारी 26 फीसदी है जबकि वोडाफोन कंपनी मे प्रमोटर की हिस्सेदारी 45.1 फीसदी है.
·         नए एग्रीमेन्ट के तहत दोनो कंपनियों के प्रमोटर की हिस्सेदारी बराबर होगी.
·         नई कंपनी के बोर्ड मे समान नंबर के यानी 6-6 निदेशक वोडाफोन और आईडिया कंपनी के होंगे. जबकि 6 निदेशक स्वतंत्र होंगे.
·         कुमार मंगलम बिडला नई कंपनी के चेअरमैन होंगे.
·         नई कंपनी में वोडाफोन का सी.एफ.ओ होगा.
·         3500 करोड़ रुपए की लगात से आइडिया वोडाफोन के 9 फीसदी शेअर खरीदेगा.
·         नई कंपनी मे सीओओ और सीएफओ संयुक्त रूप से चुने जाएंगे.


कब तक बन जाएगी नई कंपनी?
·        साल 2018 मे इस विलय की प्रक्रिया पूरी होगी.

ग्राहको को क्या फायदा मिलेगा?
·        कंपनी का दावा है कि इस एग्रीमेन्ट से वो डिजिटल इंडिया के नए चैंम्पियन होंगे.
·        4 जी प्लस और 5 जी की स्पीड अन्य कंपनीओ से बहेतर होगी.
·        ग्राहकों का बिल कम हो सकता है.

सबसे बड़ा सवाल - कर्मचारियों का क्या होगा?
·         आईडिया वर्ष 1995-96 से टैलीकोम सेक्टर में काम कर रही है.
·         आईडिया मे फिलहाल 10 हजार कर्मचारी और लाखों वैन्डर कार्यरत है.
·         वोडाफोन भारत मे टैलीकोम सेक्टर की सबसे बडे एफडीआय की कंपनी है.
·         वोडाफोन में करीब 10 हजार कर्मचारी है.
·         सवाल यह है इन कर्मचारियों की नौकरी बचेगी या नहीं?

YouTube Link

https://youtu.be/I-OYhiT4inw

उत्तर मुंबई की मलाड सीट पर एक रस्साकशी भरा जंग जारी है। इस सीट पर इस समय किसका पलड़ा भारी है? गुजराती मिडडे में छपा हुआ मेरा लेख।