उत्तर गुजरात में आई बाढ़ के चलते दूध और दूध से बनने वाली चीजों के उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है. पिछले एक हफ्ते में ही अमूल डेरी को करीब 70 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है और ये आंकड़ा रोज़ बढ़ रहा है. देश की सबसे बड़ी बनास डेयरी में दूध का कलेक्शन आम दिनों के मुकाबले एक चौथाई रह गया है.
गुजरात के उत्तरी इलाकों में आई बाढ़ ने राज्य के डेयरी उद्योग को भारी नुकसान पहुंचाया है. अमूल से जुड़ी 18 कोऑपरेटिव डेयरीज़ में सबसे बड़ी डेयरी बाढ़ प्रभावित बनासकांठा इलाके में है. इस डेयरी में हर रोज़ 40 लाख लीटर दूध इकट्ठा होता रहा है, लेकिन बाढ़ की वजह से हर रोज़ सिर्फ 10 लाख लीटर दूध ही डेयरी तक पहुंच पा रहा है. बाढ़ की वजह से सड़कों को इतना नुकसान हुआ है कि दूर दराज गांवों के लोगों के लिए डेयरी तक दूध पहुंचाना मुश्किल हो गया है. दूध कलेक्शन में कमी के कारण दूध से बनने वाली चीजों के उत्पादन में भी भारी गिरावट आई है.
अकेले अमूल फेडरेशन को ही इस बाढ़ की वजह से 70 करोड रुपये का नुकसान हुआ है. बाढ़ की वजह से बड़ी तादाद में गाय-भैंसों की मौत भी हुई है. जिसके चलते वाले दिनों में भी दूध कलेक्शन में सुधार होना आसान नहीं होगा. दूध की इस किल्लत का खामियाजा किसानों के साथ ही साथ उपभोक्ताओं को भी उठाना पड़ सकता है.
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